Jabalpur Holi News, Jabalpur News। आज सोमवार २७ फरवरी की रात १२.५८ बजे से होलाष्टक प्रारंभ हो जाएंगे है और इसके साथ ही शुभ कार्याें पर रोक लग गई। आठ दिन तक चलने वाले होलाष्टक में शुभ कार्य नहीं किये जाते। अब होली के बाद २२ मार्च के बाद ही वर्ष प्रतिपदा चैत्र में ही शुभ कार्यों की शुरूआत होगी। ज्योतिषाचार्य पी.एल. गौतमाचार्य के मुताबिक होलाष्टक का हफ्ता अशुभ माना जाता है। इस कारण इन आठ दिनों में कोई भी शुभ कार्य नहीं किये जाते हैं। इस दौरान विवाह, चौक, मुण्डन, गृह प्रवेश, उपनयन संस्कार, नामकरण, सगाई आदि कुछ नहीं होता। वहीं नई वस्तुओं की खरीददारी और घर मकान खरीदने में कोई दोष नहीं होता। ये संस्कारों में नहीं आते। आज से शहनाई की गूंज थम जाएगी। अब चैत के महीने में ही शहनाई गूंजेगी।
होलिका दहन पर संशय!…….
इस बार होलिका दहन की तिथि को लेकर संशय की स्थिति है। ०६ और ०७ दोनों दिन पूर्णिमा पड़ने पर होलिका दहन का मुहूर्त बताया जा रहा है। इस बारे में ज्योतिषाचार्य पी.एल.गौतमाचार्य का कहना है कि जो त्यौहार रात में मनाए जाते हैं, उनमें चंद्र उदय तिथि को माना जाता है। ०६ मार्च की रात्रि में पूर्णिमा का चन्द्रोदय होगा। लिहाजा, ०७ मार्च की रात्रि में ही होलिका दहन करना उचित है। २२ मार्च को प्रतिपदा है। शास्त्रों के मुताबिक इस दिन होलिका का दहन करना वर्जित बताया गया है। उनका कहना है कि होलिका दहन पूर्णिमा की रात में किया जाता है और यह संयोग ०७ मार्च को ही बनेगा। इसके बाद ०८ मार्च को धुरेड़ी मनाई जाएगी। इस बार ०७ मार्च को दोपहर ३.५१ बजे पूर्णिमा तिथि शुरू होगी और ०८ मार्च को शाम ५.३० बजे पूर्णिमा तिथि क्षय होगी। इसके बाद प्रतिपदा तिथि लगने के कारण होलिका दहन उचित नहीं होगा।
सुनील // शहबाज // २६ फरवरी २०२३ // ०६.००