अगर आप हेल्दी लाइफ जीना चाहते हैं तो आज से ही अपनी आदत में शुमार कीजिए यह 6 स्टेप, जिनको आपको रोजाना फॉलो करना है। खराब लाइफस्टाइल और खानपान की वजह से लोगों को अलग-अलग तरह की बीमारियां हो रही हैं। किसी को डायबिटीज है तो किसी को हाई ब्लड प्रेशर, किसी को कैंसर है तो किसी को कोलेस्ट्रॉल बढ़ने की टेंशन।
समस्या यह है कि ज्यादातर लोग बीमारी से बचने की कोशिश करने के बजाय बीमारी होने के बाद इलाज को लेकर ज्यादा अलर्ट रहते हैं। अगर बीमारी होने से पहले ही इसे रोकने की कोशिश कर ली जाएं तो बीमारी होगी ही नहीं। आइए पंचकर्म अस्पताल के आयुर्वेदाचार्य डॉ. आर.पी पराशर से जानते हैं इन स्टेप्स के फायदे के बारे में।
ताली बजाना
वैज्ञानिक दृष्टिकोण से ताली बजाना एक फायदेमंद क्रिया है। यह एक प्रकार का योग है। ताली बजाने से ब्लड का सर्कुलेशन बढ़ता है, शरीर के सभी अंग एक्टिव हो जाते हैं और तेजी से काम करने लगते हैं। सिर्फ इतना ही नहीं, इससे इम्यूनिटी भी मजबूत होती है।
इस तरह ताली बजाएं
- हर दिन 400 बार ताली बजाते हैं तो गठिया रोग ठीक हो जाएगा। यह क्रिया चार महीने एक निश्चित समय पर करनी होगी।
- हाथ में लकवा हो गया हो या हाथ कांप रहा हो तो रोजाना सुबह-शाम 400 बार ताली बजाएं। यह क्रिया छह माह लगातार करने से नसों में रक्त संचार होगा और बीमारी से छुटकारा मिलेगा।
- हृदय रोग, फेफड़े और लिवर की बीमारी से जूझ रहे हैं तो रोजाना सुबह-शाम 300 बार ताली बजाएं। इन बीमारियों से मुक्ति मिल जाएगी।
- शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो गई है तो ताली बजाएं। इससे ब्लड सर्कुलेशन बढ़ेगा।
- सिरदर्द, शुगर और अस्थमा जैसी बीमारियों से जूझ रहे हैं तो रोजाना सुबह-शाम निश्चित समय पर 200 बार ताली बजाएं। इससे ये बीमारियां कंट्रोल में रहेंगी।
- झड़ते बालों को कंट्रोल करने के लिए सुबह-शाम ताली बजाएं। हथेली और उंगली की नसें सिर से जुड़ी होती हैं। ताली बजाने पर यह सक्रिय हो जाती हैं। ब्लड सर्कुलेशन ठीक रहने से बालों को फायदा होता है।
- डॉ. पराशर के अनुसार हर दिन खाने के बाद एक व्यक्ति को 200 बार ताली बजानी चाहिए। इससे शरीर में चर्बी नहीं जमा होती है। जिससे मोटापा कंट्रोल में रहता है
- ताली बजाने से स्मरण शक्ति बढ़ती है। भूलने की आदत छूट जाती है। इसके लिए सुबह-शाम ताली जरूर बजाएं।
- ताली बजाने से पहले दोनों हाथों पर बादाम, नारियल, तिल या जैतून का तेल जरूर लगाएं।
- अगर ताली बजाते समय हाथ ज्यादा गर्म हो जाएं तो थोड़ी देर रुकें। दोबारा इस क्रिया को शुरू करें।