सुबह के नाशते की अहमियत:Importance Of Breakfast

नाशते की अहमियत जानने के लिए अगर हम इसके नाम ही पर गौर करें तो इसके मतलब आसानी से समझ में आ जाता है, नाशता यानी कि breakfast अंग्रेज़ी ज़ुबान का लफज़ है जो कि दो लफज़ों से मिल कर बना है पहला break {तोड़ना} और दूसरा fast {फाका या भुक} यानी भूक या फाके को खत्म करना या तोड़ना।रात को तकरीबन 6या 8 घंटे सोने के बाद नाशता जिसमानी एनर्जी और दिमागी एनर्जी को सही करने के लिए मददगार होता है।लम्बे समय तक सोने के बाद इंसान की काम करने की क्षमता सुस्त हो जाती है साथ ही जिस्म में ऑक्सीजन का तनासब भी कम हो जाता है जिसे सुबह होने के साथ दोबारह बहाल करना ज़रूरी होता है।चाको चोबंद तरीके से सुबह की शुरूआत करी जाए और सुबह के वक्त करा जाने वाला नाशता इंसान की तवानाई यानी एनर्जी लौटाने में मदद करता है।यह न सिर्फ जिस्म को nutrition पहुंचाता है बल्कि दिमाग तक आक्सीजन पहुंचाता है। जिस से हम न सिर्फ मुक्म्मल तौर पर बेदार होते है बल्कि अपने जिस्म को काम करने के जिए तैयार करते है और हम अपने खुशगवार दिन का आगाज़ करते है। नाशते से सुबह की शुरूआत बेहतर और अच्छे अंदाज़ में कर सकते है। यह बच्चों और बड़ों को उनके स्कूल, ऑफिस और खेल के मैदान में एक्टिव रखता है। काम करने की सलाहियत बढाता है,और वह काम पर ज़्यादा अच्छे तरीके से ध्यान देते हैं। जल्दी समझते हैं और ज़्यादा मालूमात हासिल करते हैं,जिससे उनकी काम की रफतार और तालीमी परफारमेंस बढ़ जाती है।

सेहत स्पेश्लिस्ट ने नाशता करने की अहमियत को रिसर्च करके साबित कर दिया है कि नाशता करना सेहत के लिए कितना ज़रूूरी है। और बार बार याददहानी भी करवाई जारही है कि नाशता करना इंसान की सेहत के लिए कितना ज़रूरी है।माहिरीन का कहना है कि सूबह का नाशता करना हर उम्र के लोगों के लिए बहुत ज़रूरी है,यानी बच्चे हों या बड़े, मर्द हों या औरतें, जवान हों या बुज़ुर्ग,सब ही को नाशता लाज़मी करना चाहिए। माहिरीन ने यह भी बताया है कि एसे अफराद जो नौकरी पेशा हैं उन के लिए नाशते की अहमियत बहुत बढ़ जाती है। नौकरी पेशा लोगों को सुबह उठने के एक घंटे के बाद नाशता कर लेना चाहिए।और वह नाशते के लिए भारी और चिकनाई वाली चीज़ों के बजाए हलके फुलके नाशते को ही चुने। जैसे दलिया, कार्नफलेक्स,फल,अंडे,या डबलरोटी में भी थेड़े बहुत पोषक तत्व पाए जाते है, इसके लिए नौकरी पेशा लोग नाशते में इन चीज़ों का इस्तिमाल कर सकते हैै।इसके अलावह कोई भी हलका फुलका खाने का सामान नाशते के लिए ले सकते हैैं।माहिरीन ने मुलाज़मत यानी नौकरी पेशा लोगों को नाशते में भारी चीज़ों जैसे पराठे ,लस्सी, हलवह पुरी,वगैरह को इस्तिमाल करने को इस लिए कहा है कि यह जिस्म में सुसती लाता है।

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