निसर्ग से प्राप्त नैसर्गिक आहार जो हमारे लिए औषधि का काम करता है, वह फल है। प्रकृति ने जिस रूप मे हमें फल प्रदान किए हैं उसे वैसे ही उसी रूप में ग्रहण करें तो वह औषधि बन जाते हैं। पंचतत्व आकाश, वायु, अग्नि, जल, पृथ्वी यह पांचों तत्व प्राकृतिक रूप से फलों मे हैं।
प्राकृतिक आहार चिकित्सक वृंदा खांडवे के अनुसार, मौसम में आने वाला हर फल का अपना अलग महत्व है, इसलिए मौसमी फल अवश्य खाना चाहिए। मौसमी फलों को खाने से हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक बढ़ती है। फलों में भरपूर मात्रा में पानी होता है। इनके नियमित सेवन से शरीर मे पानी की मात्रा कम नहीं होती है। फलों में भरपूर मात्रा में विटामिन होते हैं। हर प्रकार के विटामिन फलों से मिल जाते हैं जो हमारे स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है।
पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं फल
फलों मे मिनरल व माइक्रो मिनरल होते हैं। इनमे कैल्शियम, आयरन, पोटैशियम, मैग्नेशियम प्रमुख रूप से पाए जाते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है। फल प्राकृतिक रूप से रेशेदार आहार है। यह पाचन तंत्र से संबंधित सभी प्रकार की समस्या के लिए लाभदायक है। फल अधिकतर क्षारीय होते हैं, जो शरीर में बढ़ी अम्लता को कम करते हैं। अम्लता कम होने से कई प्रकार की बीमारियों से बचा जा सकता है।