गर्मियों में हाथ और पैर में बार-बार हो रहा है पसीना, तो ये टिप्स आएंगी आपके काम

Sweating Tips पसीना आना सेहत के लिए अच्छा है लेकिन हद से ज्यादा पसीना आना कई बार परेशानी का सबब बन जाता है। आपने भी अपने आसपास कुछ ऐसे लोगों को देखा होगा जिन्हें काफी ज्यादा पसीना आता है। इस आर्टिकल में हम कुछ ऐसे ही टिप्स के बारे में जानेंगे जिनकी मदद से आप एक्स्ट्रा स्वेटिंग से राहत पा सकते हैं।

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Sweating Tips: गर्मियों के मौसम में हाथ-पैर में पसीना आना सामान्य है। हालांकि, कुछ लोगों को कम पसीना आता है, तो कुछ को बहुत ज्यादा, जिससे असुविधा हो सकती है। अगर आपको भी अधिक पसीना आने की समस्या है, तो हम आपके लिए कुछ उपाय लेकर आए हैं, जिसकी मदद से गर्मियों में पसीने के चिपचिपेपन से राहत पा सकते हैं। आइये जानते हैं गर्मी के महीनों के दौरान ड्राई और आरामदायक रहने के लिए कुछ आसान हैक्स।

पसीने से तर हाथ और पैरों का इलाज कैसे करें?

1. हाइजीनिक रहें

पसीने से तर हाथों और पैरों से राहत पाने के लिए हाइजीनिक रहना बेहद जरूरी है। पसीने और बदबू को बढ़ाने वाले बैक्टीरिया को कम करने के लिए नियमित रूप से अपने हाथों और पैरों को साबुन से धोएं। हाथ और पैर को धोने के बाद उन्हें अच्छी तरह से सुखाना न भूलें। साफ और सूखा रखने से नमी को रोकने में मदद मिलती है।

2. एंटीपर्सपिरेंट्स का इस्तेमाल करें

एंटीपर्सपिरेंट्स अंडरआर्म्स तक ही सीमित नहीं हैं। ये हाथों और पैरों में भी पसीने को कम करने में मददगार हो सकते हैं। कोशिश करें कि ऐसे एंटीपर्सपिरेंट को चुनें, जो खासतौर से शरीर के इन हिस्सों के लिए डिजाइन किए गए हों। एंटीपर्सपिरेंट्स पसीने की नलिकाओं को अस्थायी रूप से बंद करने का काम करते हैं, जिससे पसीने की मात्रा कम हो जाती है।

3. ऐसे जूते पहनें जो पैरों को सांस लेने में मदद करें

पसीने से तर पैरों से राहत पाने के लिए सही जूते को चुनना बेहद जरूरी है। इसके लिए चमड़े या कैनवास जैसी सांस लेने योग्य जूतों का चयन करें, जिससे उनमें हवा का सर्कुलेशन हो सके और पैरों में नमी को रोकने में मदद मिले। सिंथेटिक मैटेरियल से बने जूतों को पहनने से बचें, जो गर्मी और नमी को लॉक कर सकते हैं। इसके अलावा, नमी सोखने वाले मोज़े पहनें, जो स्किन से पसीना सोख सकें। वहीं दिन में कई बार मोज़े बदलने से भी पैरों को सूखा रखने में मदद मिल सकती है।

4. तनाव कम लें

हर बार पसीने का कारण केवल गर्मी ही नहीं होती। कई बार स्ट्रेस लेवल के कारण भी अत्यधिक पसीना आ सकता है, इसलिए हाथों और पैरों में पसीने को मैनेज करने के लिए स्ट्रेस मैनेज करना बेहद जरूरी है। तनाव के स्तर को कम करने के लिए गहरी सांस लें, ध्यान और योग जैसी तकनीकों से इससे राहत पाया जा सकता है। नियमित व्यायाम पसीने के उत्पादन को नियंत्रित करने और समग्र कल्याण को बढ़ावा देने में भी मदद कर सकता है।

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