जिस तरह किसी जमाने में सचिन को आउट करना एक सपना सच होने जैसा था। वैसे ही आज के समय में कोहली को आउट करना है। यदि किसी गेंदबाज को यह मौका लगातार तीन बार मिल जाए, तो सोचिये उसके आत्मविश्वास की स्थ्तिी क्या होगी। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में टेस्ट पदार्पण करने वाले ऑस्ट्रेलिया के स्पिनर टॉड मरफी दिग्गज विराट कोहली को तीन बार आउट करने के साथ भारतीय बल्लेबाजों को अपनी फिरकी पर नचाने का लुत्फ उठा रहे है। मरफी के साथ इस श्रृंखला में भारत के खिलाफ पदार्पण करने वाले मैथ्यू कुहनेमैन ने भी शानदार गेंदबाजी की है। इन दोनों नये गेंदबाजों ने अनुभवी नाथन लियोन का अच्छे से साथ दिया है। बाइस साल के मरफी ने चार मैचों की श्रृंखला के शुरुआती तीन टेस्ट में 21.81 की औसत से 11 विकेट लिये है।
उन्होंने इंदौर टेस्ट में महज एक विकेट लिया लेकिन वह विकेट कोहली का था। उन्होंने एक छोर से किफायती गेंदबाजी की जिसका दूसरे गेंदबाजों को फायदा मिला। मरफी ने कोहली के खिलाफ गेंदबाजी करने का लुत्फ उठा रहे है। उन्होंने गुरुवार को यहां कहा, ‘‘ यह बहुत बढ़िया रहा। जब मैं नागपुर में पीछे मुड़कर देखता हूं तो कोहली के क्रीज पर आते समय मैं पूरी लय के साथ गेंदबाजी कर रहा था। मैं सोच रहा था कि इस समय ऐसे खिलाड़ी को गेंदबाजी करना शानदार होगा। ’’
अहमदाबाद मे होंगी मरफ़ी पर निगाहें
मरफी ने कहा, ‘‘ मैं पहले तीन टेस्ट में उन्हें आउट करने में सफल रहा। यह वास्तव में एक सुखद संघर्ष रहा। उनको गेंदबाजी करना बहुत से लोगों को गेंदबाजी करने से अलग नहीं। जब वे (भारतीय बल्लेबाज) वहां खड़े होते हैं तो यह कई बार चुनौतीपूर्ण होता है।’’ ऑस्ट्रेलिया ने इंदौर टेस्ट में जीत के साथ वापसी की और टीम अहमदाबाद में शुक्रवार से शुरू हो रहे चौथे टेस्ट को जीतकर श्रृंखला को 2-2 से बराबर करना चाहेगी। इंदौर में मरफी ने कोहली का विकेट तब चटकाया जब वह अच्छी लय में दिख रहे थे।
कोहली के खिलाफ योजना के बारे में पूछे जाने पर मरफी ने कहा, ‘‘ जब ऐसी सफलता मिलती है तो हमेशा अच्छा लगता है। मुझे लगता है कि ‘राउंड द विकेट’ गेंदबाजी करते समय हमारी कोशिश गेंद को बल्ले के किनारे पर लगाने की होती है। हमारी योजना अब तक कारगर रही है और उन्हें फिर से आउट करना शानदार होगा।’’
श्रृंखला के पिछले दो टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया की टीम तीन स्पिनरों के साथ मैदान में उतरी। मरफी हालांकि ऐसी स्थिति के अभ्यस्त नहीं है लेकिन उन्हें इससे कोई शिकायत नहीं।
उन्होंने कहा, ‘‘यह ऐसा कुछ है जिसे मैंने वास्तव में कभी अनुभव नहीं किया है, दो अन्य शीर्ष स्पिनरों के साथ खेल रहा हूं। स्टीव (स्मिथ) ने पिछले टेस्ट से पहले इसके बारे में बात की थी, यह आपके अहंकार को दूर करने और यह जानने के बारे में है कि आप कई बार छोटे-छोटे स्पेल डालेंगे।’’ घरेलू क्रिकेट में अपनी राज्य की अंतिम एकादश में कई बार जगह नहीं बना पाने वाले मरफी ने ऑस्ट्रेलिया के लिए खेलने के बारे में पूछे जाने पर कहा, ‘‘ कुहनेमैन और मैने इस बारे में बात की है। कुहनेमैन ने दिल्ली में पदार्पण किया। सत्र की शुरुआत में हम दोनों राज्य की टीमों में नहीं थे और अब यहां एक साथ टेस्ट क्रिकेट खेलना काफी शानदार है। यह हम दोनों की उम्मीदों से बहुत तेजी से हुआ है।