Oscar in India 2023 । भारत को 15 साल बाद एक बार ऑस्कर अपनी झोली में डालने का अवसर मिला है। जिसमें एसएस राजामौली के निर्देशन में बनी काल्पनिक ऐतिहासिक ड्रामा फिल्म आरआरआर के गीत नाटू-नाटू को ऑस्कर पुरस्कार मिला है। इससे पहले एआर रहमान द्वारा संगीतबद्ध वर्ष 2008 में प्रदर्शित डेनी बॉयलर के निर्देशन में बनी ब्रिटिश फिल्म स्लमडॉग स्लमडॉग मिलेनियर फिल्म का जय हो गाने को ऑस्कर मिला था। हालांकि ये ब्रिटिश फिल्म थी। ऐसे में नाटू- नाटू ऑस्कर जाने वाला पहला ऐसा गाना है जो हिंदी फिल्म का है। इस गाने को जूनियर एनटीआर और रामचरण पर फिल्माया गया, जिसका हुक स्टेप बनाने के लिए कोरियोग्राफर प्रेम रक्षित ने 110 मूव्स तैयार किए थे। इस गाने को पहले ही गोल्डन ग्लोब मिल चुका है।
ये गोल्डन ग्लोब हासिल करने वाला पहला भारतीय और एशियन गाना भी बन गया है। जिन कंपोजर एमएम कीरवानी को ऑस्कर मिला है, वो कभी असमय मृत्यु के डर से संन्यासी बनकर रह चुके हैं। वहीं गाने के स्टेप्स जिन पर दुनियाभर के लोग थिरक रहे हैं, उन्हें बनाने वाले कोरियोग्राफर प्रेम रक्षित भी सुसाइड करते-करते रुके थे। गीत की प्रस्तुति के लिए आयोजकों ने मंच पर गाने के सेट को दिखाने की कोशिश। इस गीत की शूटिंग यूक्रेन की राजधानी कीव स्थति राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में हुई है। ऑस्कर समारोह का आयोजन सोमवार सुबह हॉलीवुड के डॉल्बी थिएटर में किया गया है। गौरतलब है कि डैनी बॉयल द्वारा निर्देशित ब्रिटेन की फिल्म ‘स्लमडॉग मिलियनेयर का गीत ‘जय हो सर्वश्रेष्ठ मूल ‘स्कोर व मूल गीत श्रेणियों में अकादमी पुरस्कार जीतने वाला पहला हिंदी गीत है। इसके संगीतकार ए.आर. रहमान थे और इसके बोल गुलजार ने लिखे थे।