मध्य प्रदेश मौसम । राजस्थान मे दक्षिण पश्चिम चक्रवर्ती हवा का दबाव बना हुआ है। जिसके कारण मध्यप्रदेश के मौसम में भारी परिवर्तन आया है। अरब सागर की ओर से नमी आ रही है। इसी नमी के कारण छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश केकुछ हिस्से में पानी के बादल बने और जमकर बरसे। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल सहित प्रदेश के कई जिलों में मौसम एकाएक बदल गया। राजधानी भोपाल में 50 किलोमीटर की रफ्तार से हवा चली। बिजली गरजी, कई स्थानों पर ओले भी गिरे।
शाम 5:30 बजे से 7:00 बजे तक 10 घंटे में तापमान 12 डिग्री तक गिर गया। भोपाल सहित कई स्थानों पर बिजली कई घंटे तक गायब रही। मौसम विशेषज्ञ के अनुसार 2006 में ऐसा ही मौसम होली के समय देखा गया था। भोपाल मंदसौर रतलाम जिले में कई जगह ओले गिरने की जानकारी मिली है। यहां फसलों को बड़ा नुकसान हुआ है।
फसलों को भारी नुकसान
जिन स्थानों पर बेमौसम बारिश हुई है,और ओले गिरे हैं। वहां पर गेहूं और चने की फसल को बड़ा नुकसान हुआ है। गेहूं की फसल लगभग पक गई थी। जहां जहां तूफान और बारिश हुई है। वहां पर बालियां खेत में गिर गई। जो फसल खेत में खड़ी थी। उसमें भी चमक कम हो जाएगी। कटी हुई फसल को भी भारी नुकसान हुआ है। किसानों से प्राप्त जानकारी के अनुसार सबसे ज्यादा चने की फसल को 40 फ़ीसदी तक नुकसान होने की संभावना बताई गई है। वहीं गेहूं की फसल को भी 30 फ़ीसदी नुकसान होना बताया गया है। भोपाल और मालवा संभाग में सबसे ज्यादा किसानों को नुकसान उठाना पड़ा है।
एसजे/ 07 मार्च 23