सीबीआई ने मानव तस्करी के एक बड़े रैकेट का खुलासा किया है. दरअसल रूस-यूक्रेन युद्ध के लिए भारत में मानव तस्करी का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यह मामला सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है. संभावना है कि अब पूरी दुनिया इस मामले पर ध्यान देगी. ज्ञात हो कि रूस-यूक्रेन के बीच पिछले छह महीने से युद्ध जारी है. इस जंग के लिए मानव तस्करी के चौंकाने वाले मामले सामने आए हैं. इस मामले में सीबीआई ने सबसे बड़ी कार्रवाई की है. दिलचस्प बात यह है कि मानव तस्करों का आधिकारिक आंकड़ा भी ज़्यादा है. अब ये देखना अहम होगा कि इस मामले में क्या जानकारी सामने आती है. इस बीच खबर है कि मुंबई समेत कुल सात शहरों में सीबीआई ने छापेमारी की है. छापेमारी में 50 लाख रुपये नकद, संदिग्ध दस्तावेज और तकनीकी सबूत मिले. जांच में पता चला है कि अब तक 35 लोगों की तस्करी की जा चुकी है. सीबीआई ने कुछ लोगों को हिरासत में लिया है. सीबीआई करीब 10 जगहों पर सर्च ऑपरेशन चला रही है. सीबीआई ने कई वीजा कंसल्टेंसी और एजेंटों के खिलाफ मामले दर्ज किए हैं।
- मुंबई में सीबीआई की छापेमारी
सीबीआई मुंबई समेत दिल्ली, पंजाब, चंडीगढ़ में सर्च ऑपरेशन चला रही है. मानव तस्करी के मामले में मुंबई के पश्चिमी उपनगर मलाड इलाके में सीबीआई की छापेमारी चल रही है. ओएसडी ब्रदर्स एंड वीजा कंसल्टेंसी प्राइवेट लिमिटेड के दफ्तर और डायरेक्टर के घर पर छापेमारी चल रही है. कंपनी के डायरेक्टर राकेश पांडे के खिलाफ सीबीआई ने केस दर्ज कर लिया है. सीबीआई जांच में पता चला कि रूस यूक्रेन युद्ध के लिए मुंबई से भी कुछ लोगों की तस्करी की गई थी. - कुछ युवा घायल
सीबीआई जांच के मुताबिक, सोशल मीडिया के जरिए कुछ बीजा कंसल्टेंट कंपनियों और एजेंटों ने युवाओं को अच्छे पैसे का लालच देकर विदेश में नौकरी की पेशकश की। इन युवाओं को ट्रेनिंग देकर विदेश भेजा गया है और रूस में तैनात किया गया है. इन युवाओं को उनकी इच्छा के विरुद्ध रूस-यूक्रेन सीमा पर तैनात किया गया है। यह भी बात सामने आई है कि कुछ युवक गंभीर रूप से घायल हुए हैं. इसके बाद सीबीआई ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.