MP Vidhan Sabha News: हंगामे के बीच विस की कार्यवाही प्रश्नकाल तक के लिए स्थगित

MP Vidhan Sabha News: मध्यप्रदेश विधानसभा की कार्यवाही शुक्रवार को भारी हंगामे के बीच प्रश्नोत्तरकाल तक के लिए स्थगित कर दी गई। इससे पहले विपक्षी सदस्य आसंदी की समक्ष जमा होकर संसदीय कार्यमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा से माफी मांगने की मांग करते हुए नारेबाजी करने लगे। उनका कहना था कि संसदीय कार्य मंत्री गुंडा गर्दी कर रहे हैं। इससे पहले गुरुवार को कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी के विरुद्ध हुई निलंबन की कार्यवाही के विरोध में कांग्रेस विधायकों में भारी रोष व्याप्त है। इसी घटनाक्रम के विरोध में शुक्रवार को विधानसभा की कार्यवाही प्रारंभ होते ही नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर गोविंद सिंह ने कहा कि हमने अध्यक्ष के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव दे दिया है। इसकी स्वीकार्यता को लेकर चर्चा कराई जाए। कांग्रेस नेता सज्जन वर्मा ने कहा कि हमें अध्यक्ष पर विश्वास नहीं है इसलिए उन्हें आज से ही नैतिकता के आधार पर छोड़ देनी चाहिए। इस पर संसदीय कार्यमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि पहले हमारी बात भी सुन ली जाए, इसके बाद ही कोई बात हो। सदन में चर्चा प्रारंभ होते ही दोनों पक्षों की ओर से हंगामा हुआ और फिर सदन की कार्यवाही 10 मिनट के लिए स्थगित कर दी गई। सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि सरकार बजट सत्र चलाना ही नहीं चाहती है। यही कारण है कि हंगामा कराया जा रहा है बजट को बिना चर्चा ही पारित कराने का षड्यंत्र किया जा रहा है। इस पर संसदीय कार्य मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी के निलंबन में अध्यक्ष की कोई भूमिका ही नहीं है प्रस्ताव में ने स्वयं रखा था सदन में बहुमत के आधार पर निर्णय किया है अविश्वास प्रस्ताव को लेकर नियम प्रक्रिया से हैं हम अपनी बात रखें फिर विपक्ष अपनी बात रखें इस दौरान उन्होंने एक मार्शल को हटाए जाने को लेकर इशारा किया तो विपक्ष के सभी सदस्य खड़े होकर विरोध जताने लगे उन्होंने कहा कि संसदीय कार्य मंत्री गुंडागर्दी पर उतर आए हैं यह नहीं चलेगा इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने कहा कि मेरे सामने अभी अविश्वास प्रस्ताव नहीं आया है। जब आएगा, तब देखेंगे। इससे पहले विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने से पूर्व संसदीय कार्य मंत्री डा. नरोत्तम मिश्रा ने विधानसभा अध्यक्ष के प्रति अविश्वास प्रस्ताव लाने को लेकर कहा कि उनकी भूमिका आंशिक है। प्रस्ताव मेरे द्वारा लाया गया था। अध्यक्ष ने उन्हें निलंबित नहीं किया, बल्कि मेरे प्रस्ताव पर सदन ने यह निर्णय लिया है। अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाना उनके ज्ञान को दिखाता है। हम सभी को ताकत सदन से ही मिलती है, लेकिन जिस तरह का आचरण उनके द्वारा किया गया, वह इसके पूर्व अभी नहीं हुआ। मालूम हो कि कल गुरुवार को विधानसभा अध्‍यक्ष गिरीश गौतम द्वारा कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी को सत्र की बाकी अवधि से निलंबित किए जाने से कांग्रेस बौखलाई हुई है। सदन और विस परिसर में विपक्षी विधायकों द्वारा हंगामे के आसार को देखते हुए शुक्रवार को विधानसभा में विधानसभा में आज मीडिया पर पाबंदी लगा दी गई है। मीडियाकर्मियों को विधानसभा में पत्रकार दीर्घा के अलावा कहीं भी आने-जाने से रोक दिया गया।
सुदामा नर-वरे/ 03मार्च 2023

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