Jabalpur News । मौसम के जानकारों का कहना है कि आज शहर में धूल भरी आंधी और बारिश की संभावना है। वहीं राजनीति के जानकारों का कहना है कि आज नगर निगम में भी तूफान जैसी स्थिति देखने को मिल सकती है। आज नगर निगम की सामान्य सभा में घमासान होना तय माना जा रहा है। डोर टू डोर व्यवस्था खत्म करने के मुद्दे पर सत्ता और विपक्ष कमर कसे हुये है। बुधवार देर शाम तक महापौर कक्ष में कांग्रेस पार्षद और नेता प्रतिपक्ष कार्यालय में भाजपा पार्षद रणनीति बनाते नजर आए। कांग्रेस की तरफ से आज सदन में मोर्चा जगत बहादुर सिंह अन्नू संभालेंगे, वहीं एमआईसी सदस्य अमरीश मिश्रा महत्वपूर्ण भूमिका में होंगे। तो दूसरी तरफ भाजपा को कमलेश की समझ और वाकपटुता का बल मिलेग, वहीं कांग्रेस भाजपा दोनों से चुनाव जीत चुके महेश राजपूत का अनुभव विपक्ष की ताकत बनेगा। विधानसभा के बादल छाने के बाद हो रही पहली सामान्य सभा की बैठक में हंगामे, ड्रामे और आरोप प्रत्यारोप सभी का मिश्रण देखने को मिलेगा।
जानकारी के मुताबिक सामान्य सभा की बैठक में एमआईसी से पास करीब २५ प्रस्ताव रखे जाएंगे। जिसमें डोर टू डोर खत्म करने, ग्वारीघाट का नाम गौरी घाट करने, जबलपुर में शहर में देश का सबसे बड़ा राष्ट्र ध्वज लगाने, पंडित विश्वनाथ दुबे की प्रतिमा नगर निगम प्रांगण में स्थापित करने आदि प्रस्ताव प्रमुख हैं। गौरतलब है की नगर निगम सदन में ७९ में से ४४ पार्षद भाजपा के है। कांग्रेस खेमे में उसके अपने ३० पार्षद भी नहीं। नगर निगम अध्यक्ष भाजपा का है तो महापौर कांग्रेस का है। इस अजीब स्थिति में जहां सदन को निष्पक्ष रूप से चलाना अध्यक्ष के लिये किसी चुनौती से कम नहीं, वहीं अहम प्रस्ताव को पास कराने महापौर को अग्नि परीक्षा से गुजरना पड़ सकता है।
डोर टू डोर बना अहम का विषय!
आज सबसे अधिक बहस डोर टू डोर पर होने की संभावना है। जहां विपक्ष इस व्यवस्था की खामियों को दूर कर व्यवस्था बरकरार रखने की मांग करेगा, वहीं सत्ता इस व्यवस्था को विफल बता कर हटाने पर और नई व्यवस्था लाने की मजबूत पैरवी करेगी। कहा जा रहा है की चूंकि डोर टू डोर भाजपा ने ही जोर शोर से शुरु की थी, इसलिये इसको विफल कहकर खत्म किये जाने को वो इसे हार के तौर पर लेगी। जिसके चलते सदन में टकराव होने की संभावना है।
हर जगह लड़ रहा पक्ष विपक्ष
नगर निगम गठन के साथ ही पक्ष विपक्ष के बीच पटरी नहीं बैठी। दो-दो शपथ ग्रहण समारोह हुए इसके बाद पिछले सदन की बैठक और इस सदन की बैठक के बीच के घटना क्रम को देखा जाए तो सदन में क्या होने वाला है उसका अंदाजा लगाया जा सकता है। ग्वारीघाट में आयोजित स्वच्छता भोज में सड़क पर दोनों पक्ष भिड़े थे। बीते माह जहां भाजपा पार्षदों ने निगम में धरना देकर आरोपों की झड़ी लगाई थी तो उसी दिन महापौर और कांग्रेस पार्षदों ने पत्रकारवार्ता कर आरोपों का जवाब दिया था। इस कार्यकाल की शुरुआत से ही जिस तरह खींचतान दोनों पक्षों के बीच देखी जा रही है, उसको देखते हुये जानकारी चिंता व्यक्त कर रहे हैं।