Jabalpur Mausam News। कड़ाके के जाड़े में शहर जकड़ गया। घने कोहरे ओस की बूंदों के बीच चलने वाली बर्फीली हवाओं से ठिठुरन बढ़ गई। तापमान मे लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। पिछले चार दिनों से शहर में शीतलहर का प्रकोप बना हुआ है। गर्म कपड़ों और अलाव के सहारे लोग शीतल बयारों से अपना बचाव कर रहे हैं। तीन दिन बाद गुरुवार को सूर्यदेव ने दर्शन दिए लेकिन कुनकुनी धूप का एहसास हुआ।
मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो १० वर्ष बाद इस तरह की कड़ाके की ठंड जबलपुर सहित आसपास के जिलों में पड़ी है। शहरी क्षेत्रों में पिछले दो दिनों से रात का न्यूनतम तापमान ८ डिग्री सेल्सियस के इर्दगिर्द स्थिर बना हुआ है जबकि शहर से दूर जंगली इलाके खमरिया खुले पहाड़ी क्षेत्र कजरवारा आदि में तापमान ५ डिग्री सेल्सियस चल रहा है। रात तो रात दिन में भी सर्द हवाएं ठिठुरने विवश कर रही हैं।
स्थानीय मौसम विज्ञान केन्द्र के प्रवक्ता ने बताया कि देश के उत्तरी भागों में हुये हिमपात के कारण उत्तर दिशा से पांच से ७ किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से बर्फीली हवायें चल रही हैं। इन सर्द हवाओं की चुभन से सिहरन पैदा हो रही है। जबकि तापमान निरंतर नीचे लुढ़क रहा है। पिछले २४ घंटों के दौरान शहर का अधिकतम तापमान २०.०५ डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया जो सामान्य से ३ डिग्री कम रहा।
इसी तरह न्यूनतमन तापमान ८.४ डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से १ डिग्री कम रहा। हवा में नमी प्रातःकाल ८५ प्रतिशत सायंकाल ५४ प्रतिशत आंकी गई। प्रदेश में सबसे कम ३ डिग्री सेल्सियस तापमान दतिया नौगांव जिले में दर्ज किया गया। उत्तर पूर्वी हवाएं ३ से ४ किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से चली। गत वर्ष आज का अधिकतम तापमान २६.०३ और न्यूनतम १०.० डिग्री रहा।