05 बार फीफा वर्ल्ड कप उठाने वाली ब्राजील इस बार 06 वी बार यह कारनामा दोहराने उतरेगी. ब्राजील की टीम पर 20 साल पुराना कप का सूखा दूर करने की दबाव है. वर्ल्ड कप बस शुुरु ही होने वाला है, तब भी ब्राजील समर्थकों के बीच टीम को लेकर चर्चा और मंथन का दौर जारी है. ब्राजील टीम कतर में 24 नवंबर को ग्रुप जी में सर्बिया के खिलाफ अपना अभियान शुरू करेगी।
ब्राजील के कोच टिटे ने जब अनुभवी डिफेंडर दानी एल्वेस को वर्ल्ड कप टीम में शामिल किया तो देश भर से गुस्से और निराशा भरी प्रतिक्रिया देखने को मिली. इसका कारण 39 वर्षीय ‘राइट बैक’ एल्वेस का पिछले एक वर्ष में किसी भी क्लब के लिये खेलने में संघर्ष करना रहा. लेकिन ब्राजील के पास टीम में शामिल करने के लिये विकल्पों की कमी थी, जिससे कोच को यह फैसला करना पड़ा.
वर्ल्ड कप में टिटे के पास डिफेंडरों में सबसे संभावित विकल्प होगा कि वे ‘राइट बैक’ में डेनिलियो को रखें जो युवेंटस में लगभग ‘सेंट्रल डिफेंडर’ ही बन गये थे और ‘लेफ्ट बैक में एलेक्स सांद्रो को खिलाएं. न तो डेनिलियो और न ही एलेक्स सांड्रो को अपने खेलने के स्थान पर दुनिया के सर्वश्रेष्ठ में शुमार किया जाता है, जैसे ब्राजील के लिये काफू, रोबर्टो कार्लोस, मार्सेलो और 10 साल पहले एल्वेस की ख्याति रही थी.
एल्वेस और एलेक्स बेंच पर दिखेंगे !
एल्वेस और एलेक्स टेलेस के कतर में बेंच पर बैठने की उम्मीद है जिसमें एडर मिलिटाओ ‘राइट बैक’ और मिडफील्डर फैबिन्हो ‘लेफ्ट बैक’ के तौर पर खेलने की क्षमता रखते हैं. ब्राजील के लिये वर्ल्ड कप में ‘राइट बैक’ पर जो भी होगा, उसे 38 वर्षीय डिफेंडर थियागो सिल्वा के साथ खेलने में काफी दबाव का भी सामना करना होगा. सिल्वा का प्रदर्शन चेल्सी के लिये निरंतर नहीं रहा और पिछले महीने प्रीमियर लीग मैच में ब्राइटन से मिली 1-4 की हार ने उनके खराब प्रदर्शन को उजागर कर दिया था.