Bhopal News: पत्रकारिता व शिक्षा जगत के लिये मंगलवार का दिन अपूर्णीय क्षति का रहा। इस दिन अनगिनत पत्रकार गढ़ने वाले और विद्यार्थियों को सही मार्गदर्शन व दिशा दिखाने वाले प्रो0 पुष्पेंद्र पाल सिंह का निधन हो गया। वो अपने मूल नाम से कहीं अधिक पीपी सर के नाम से लोकप्रिय थे। उनके पढ़ाए हुए छात्र-छात्राएं ही नहीं बल्कि अन्य जानने वाले अधिकांश लोग भी उन्हे इसी नाम से संबोधित करते थे।
सोमवार देर रात हार्ट अटैक आने के कारण उन्हें इलाज के लिये बंसल हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था, इलाज के दौरान उनका निधन हो गया। उनके निधन की खबर से पत्रकारिता व शिक्षा जगत में शोक की लहर दौड़ गई। पुष्पेंद्र पाल सिंह का अंतिम संस्कार मंगलवार दोपहर को भदभदा शमशान घाट पर किया गया। अंतिम संस्कार में प्रशासनिक अधिकारियो, प्रिंट, इलैक्ट्रॉनिक मीडीया जगत के पत्रकार, जर्नलिज्म के स्टूडेंट्स सहित सैकड़ों लोग मौजूद थे। सभी ने नम ऑखो से उन्हें अतिंग विदाई दी। \
प्रदेश के मु यमंत्री शिवराज सिह चौहान सहित अन्य मंत्रिया, नेताओं, शिक्षाविदों, कलाकारों, साहित्यकारों व समाज सेवियों, सामाजिक संगठनों ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है। पीपी सर भोपाल स्थित माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में पत्रकारिता विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष थे। वर्ष 2015 में वे मध्यप्रदेश जनसंपर्क विभाग में मु यमंत्री के ओएसडी नियुक्त हुए। उनके पास मध्य प्रदेश सरकार के सभी प्रकाशन की जि मेदारी थी। वे प्रदेश सरकार के रोजगार अखबार रोजगार और निर्माण के संपादक भी थे। पीपी सर का ऑफिस भोपाल के मध्यप्रदेश माध्यम में था। उनके पढ़ाए हुए विद्यार्थी आज देश-दुनिया के प्रमुख पत्रकारिता संस्थानों में अहम पदों पर कार्यरत हैं। अनेक विद्यार्थी तो प्रशासकीय सेवा भी ज्वाइन किए हुए हैं। प्रो0 पुष्पेंद्र पाल सिंह पढ़ने-लिखने वाली पीढ़ी की मदद के लिए हमेशा तैयार रहते और उनके पास मार्गदर्शन के लिये आने वालों को हमेशा सही राय देने के साथ ही हर संभव मदद भी करते थे।
मैंने मित्र खो दिया: शिवराज
पीपी सिंह सर के निधन पर मु यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार सुबह ट्वीट करते हुए लिखा- हिंदी पत्रकारिता जगत के लिए बड़ी क्षति। श्री पुष्पेंद्र पाल सिंह जी मेरे लिए एक मित्र और परिवार की तरह थे, उनका असमय जाना मेरी व्यक्तिगत क्षति है। एक योग्य, सरल और कर्मठ व्यक्तित्व, जिन्हें जो भी जि मेदारी दी गई, उसे उत्कृष्टता के साथ उन्होंने पूरा किया। श्री पुष्पेंद्र पाल सिंह जी अपने आप में पत्रकारिता का एक संस्थान थे। उन्होंने प्रदेश और प्रदेश के बाहर पत्रकारिता के अनेकों विद्यार्थी गढ़े। विद्यार्थियों के बीच ’पीपी सर’ के नाम से प्रसिद्ध एक योग्य गुरु का जाना स्तब्ध कर गया। ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत श्री पुष्पेंद्र पाल सिंह जी को अपने श्री चरणों में स्थान और परिजनों को यह गहन दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करे। वे अपने कार्यों और विचारों के माध्यम से सदैव हम सबके हृदय में रहेंगे।
व्यक्ति नहीं संस्था थे सिंह: कमलनाथ
मध्य प्रदेश के पूर्व मु यमंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ ने पीपी सिंह सर के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए ट्वीट किया, पत्रकारिता एवं जनसंपर्क में मध्य प्रदेश में अपना अद्वितीय स्थान रखने वाले श्री पुष्पेंद्र पाल सिंह के असमय निधन का समाचार प्राप्त हुआ। श्री सिंह व्यक्ति ही, नहीं संस्था थे। पत्रकारों की पूरी पीढ़ी तैयार करने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। मैं ईश्वर से उनकी आत्मा की शांति एवं परिजनों को यह दुख सहने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना करता हूं।