Bhopal Holi News भोपाल । आगामी 07 मार्च को होलिका दहन के साथ पूरा शहर खुशियों के रंग में रंग जाएगा। रंग-गुलाल खेलते समय सावधानी रखना जरूरी है। आंखों में गुलाल पड़ने से उन्हें नुकसान हो सकता है। इसी तरह से रंगों से त्वचा खराब होने और कई लोगों को एलर्जी का डर रहता है। ऐसे में डाक्टरों की सलाह है कि आंखों को गुलाल से बचाएं। हो सके तो चश्मा लगाकर रखें। त्वचा में तेल लगाएं। इससे रंग त्वचा में अवशोषति नहीं होगा, जिससे एलर्जी की दिक्कत से बच जाएंगे।
राजधानी के एक त्वचा रोग विशेषज्ञ ने त्वचा को रंगों से होने वाले नुकसान से बचाने के कई तरीके बताए। उन्होंने कहा कि सबसे अच्छा होगा कि हर्बल रंग ही खेलें। पूरे आस्तीन के कपड़े पहनें। चेहरे पर मास्चुराइजिंग क्रीम लगाएं, क्योंकि रंग त्वचा को रूखा बना देते हैं। क्रीम नहीं होने पर तेल भी लगा सकते हैं। इन सबके साथ सन स्क्रीन लोशन भी लगाना चाहिए, क्योंकि धूप में रहने से त्वचा को नुकसान हो सकता है। बालों में भी तेल लगाना जरूरी है। आंखों के नीचे, नाखून के पास पेट्रोलियम जेली लगाएं, जिससे रंग अंदर नहीं जा पाएं। नेत्र रोग विशेषज्ञों के अनुसार, गुलाल और रंगों से आंखों को तीन तरह से नुकसान हो सकता है।
\पहला यह कि इनमें मौजूद रसायन आंखों में जाकर एलर्जी कर सकते हैं। इससे आंखें लाल होना, खुजली, जलन और पानी आने की समस्या हो सकती है। दूसरा यह कि बच्चों की आंखों में रसायन पड़ने से टिश्यू जल जाते हैं। इससे जलन होती है, लेकिन कई बार यह खतरनाक हो जाता है। तीसरी दिक्कत यह हो सकती है कि आंखों में आंसू बनाने वाली कोशकाओं को क्षति होने से कई दिन तक सूजन रहती है। आंसू नहीं बन पाते। इसका इलाज करना पड़ता है। इन सब दिक्कतों से बचने के लिए जरूरी है कि गुलाल पड़ने पर आंखों को मले नहीं। नल चलाकर साफ पानी की हल्की धार से आंखों को तब तक धोएं जब तक कि जलन कम न हो जाए। अपनी मर्जी से कोई भी दवा आंख में न डालें। ज्यादा दिक्कत होने पर डाक्टर को दिखाएं।पानी खूब पीएं, क्योंकि शरीर में पानी की की मात्रा कम रहेगी तो त्वचा में भी रूखापन होगा।