रोहिणी नक्षत्र से इस दिन का महत्व हजार गुना बढ़ जाता है
इस साल की अक्षय तृतीया कई शुभ महायोगों में आ रही है। ये शुभ संयोग इस पवित्र दिन के महत्व को और अधिक बढ़ा रहे हैं अक्षय तृतीया वो शुभ दिन होता है जिससे सुख-सौभाग्य और अक्षय पुण्य प्राप्त होते है। इस दिन का लोगों को बेसब्री से इंतजार रहता है वह इसलिए कि अक्षय तृतीया पर खरीदें गए सोने-चांदी में दिन दुगनी रात चौगुनी वृद्धि होती है। इस बार ये पर्व 10 मई दिन शुक्रवार को पड़ रहा है।
हिंदू पंचांग में तृतीया तिथि की शुरुआत 10 मई को सुबह 4 बजकर 17 मिनट पर होगी और इसका समापन दूसरे दिन 11 मई को 2 बजकर 50 मिनट पर होगा। ऐसे में 10 मई दिन शुक्रवार को अक्षय तृतीया मनाई जाएगी। शुक्रवार पड़ने से यह दिन और भी खास हो गया है। इस दिन मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु के लिए पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 5 बजकर 33 मिनट से लेकर दोपहर 12:18 मिनट तक रहेगा। वैसे तो पूरे दिन में किसी भी समय खरीदारी कर सकते हैं लेकिन सुबह 8 बजकर 56 मिनट से लेकर 10 बजकर 37 मिनट तक और दोपहर 12 बजकर 18 मिनट से लेकर 1 बजकर 59 मिनट तक खरीदारी का सबसे शुभ मुहूर्त है। इस मुहूर्त में की गई खरीदारी शुभ फल देगी।
इस साल अक्षय तृतीया पर ग्रहों का बेहद ही शुभ संयोग बन रहा है। इस दिन शश योग, मालव्य योग, धन योग और चंद्रमा व बृहस्पति की युति से गजकेसरी योग का निर्माण हो रहा है। इस दिन रवि योग और सुकर्मा योग का भी शुभ संयोग बन रहा है। वहीं इस दिन सूर्य अपनी उच्च राशि मेष में होंगे और चन्द्रमा अपनी उच्च राशि वृष में बेहद शुभ फलदायी स्थिति में होंगे। वहीं इस दिन रोहिणी नक्षत्र भी रहेगा।
ऐसी माना जाता है कि अगर अक्षय तृतीया के दिन रोहिणी नक्षत्र हो तो इस दिन का महत्व हजार गुना ज्यादा बढ़ जाता है क्योंकि इस नक्षत्र के स्वामी भौतिक सुखों के दाता शुक्र ग्रह हैं इसलिए किसी भी तरह का कार्य शुरू करना आपके लिए शुभ साबित होता है। ऐसे में इस दिन न सिर्फ योग बल्कि नक्षत्र भी प्रभावशाली बन रहे हैं। ज्योतिष की मानें तो ग्रहों का इस प्रकार से अनुकूल स्थिति में होना और शुभ योगों निर्माण होना एक दुर्लभ संयोग माना जा रहा है। ये संयोग बहुत ही लाभकारी और मंगलकारी फल देने वाला है।
अक्षय तृतीया को सर्वसिद्ध मुहूर्त माना गया है। इस तिथि में गृह प्रवेश, विवाह, नामकरण, घर, गाड़ी और गहनों की खरीदारी करने से शुभ फल प्राप्त होता है। यह दिन इसलिए भी खास है क्योंकि इस दिन परशुराम जयंती भी मनाई जाती है। आप भी अक्षय तृतीया के दिन इस शुभ मुहूर्त में ये सब कार्य ज़रूर करें। ताकि आपके जीवन में कभी किसी चीज की कमी न रहे।