अमेजन, फ्लिपकार्ट, मीशो ने हर मिनट में बेचे 1100 मोबाइल फोन

भारत में ई कामर्श कंपनियों ने कमाल कर दिया। ई-कॉमर्स कंपनियों ने त्योहारी सीजन की सेल के पहले चार दिन में 24,500 करोड़ रुपए का माल बेचा है। एक रिपोर्ट के अनुसार, इस अवधि के दौरान बड़ी ई-कॉमर्स कंपनियों जैसे अमेजन, फ्लिपकार्ट और मीशो ने हर मिनट में लगभग 1,100 मोबाइल फोन बेचे हैं, जिनका मूल्य 11,000 करोड़ रुपऐ के निकट है। उल्लेखनीय है कि इसमें सबसे अधिक प्रीमियम फोन कैटेगरी में बिक्री हुई है।

रिपोर्ट में कहा है कि 4 दिनों में लगभग 60-70 लाख मोबाइल बेचे गए हैं और ई-कॉमर्स बिक्री के एक बड़े हिस्से को चलाने के लिए इस कैटेगरी ने सकल व्यापारिक मात्रा (जीएमवी) में 10 गुना वृद्धि दर्ज की है। रिपोर्ट के मुताबिक, मोबाइल लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, जो अपग्रेड प्रोग्राम्स और वैल्यू ऑफर्स द्वारा समर्थित नए लॉन्च से प्रेरित हैं। इसके अलावा आईफोन 12, 13 और वनप्लस मॉडल जैसे प्रीमियम फोन ने बड़े ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर मोबाइल की बिक्री बढ़ा दी।

चार दिन में 5,500 करोड़ की बिक्री

त्योहारी बिक्री के पहले दौर में फ्लिपकार्ट की ‘बिग बिलियन डे सेल’, अमेजन की ‘ग्रेट इंडियन फेस्टिवल’, मीशो की ‘मेगा ब्लॉकबस्टर सेल’ और फैशन कॉमर्स प्लेटफॉर्म जैसे नायका, मिंत्रा और अजियो पर चलने वाली सीजन सेल शामिल थी। ई-कॉमर्स मार्केटप्लेस आमतौर पर दिवाली तक तीन राउंड तक की बिक्री करते हैं। इसके अलावा फैशन कैटेगरी में दैनिक औसत सकल व्यापारिक मूल्य (जीएमवी) में सामान्य दिनों के कारोबार की तुलना में 4.5 गुना का उछाल देखा गया है। पहले चार दिन में इस कैटेगरी में 5,500 करोड़ रुपये की बिक्री हुई है। रेडसीर ने कहा पहली त्योहारी सीजन की सेल के शुरुआती चार दिन यानी 22 से 25 सितंबर के दौरान ई-कॉमर्स मंचों ने 24.5 हजार करोड़ रुपए या 3.5 अरब डॉलर की बिक्री की है। इसका त्योहारी बिक्री के लिए अनुमानित सकल व्यापारिक मूल्य में 60 प्रतिशत का योगदान है।

रिपोर्ट के अनुसार, पिछले साल की त्योहारी सीजन की सेल के पहले चार दिन का अनुमानित सकल व्यापारिक मूल्य में 59 प्रतिशत का योगदान रहा था। यह आंकड़ा इस साल त्योहारी सीजन में उम्मीद से बेहतर शुरुआत का संकेत है। ई-कॉमर्स कंपनियां दीपावली से पहले तक तीन त्योहारी सीजन की सेल का आयोजन करते हैं। इनमें से पहली सेल आमतौर पर सबसे बड़ी होती है और त्योहारी अवधि के दौरान कुल बिक्री में इसका 50 प्रतिशत से अधिक हिस्सा होता है।