Indore News: इस्कान मंदिर प्रमुख हुए साइबर ठगी के शिकार


Indore News। साइबर ठग ने दान में 50 लाख रुपये दिलवाने का झांसा देकर इंटरनेशनल सोसायटी फार कृष्णा कानशियसनेस इस्कान टेंपल इंदौर के प्रमुख से 1 लाख 77 हजार रुपये ऐंठ लिए। शिकायत पर कार्रवाई करते हुए क्राइम ब्रांच ने ठग से रुपये वापस करवा दिए है। प्राप्त के मुताबिक घटना वर्ष 2021 में मार्च माह की है। इनोवेशन फायनेंशियल एडवाइजर प्राइवेट लिमिटेड से काल आया था। उसने धार्मिक बातें की और महामन से कहा कि उक्त फर्म कार्पोरेट सोशल रिस्पांस्बिलिटी(सीएसआर) के तहत फंड एकत्र करने का काम करती है। देश-विदेश की बड़ी कंपनियां सामाजिक संस्था और मंदिरों में उनके माध्यम से दान करती हैं। महामन के कथित फर्म की जनरल मैनेजर विद्या और पूर्णिमा ने वीडियो कान्फ्रेंस(वीसी) के माध्यम से चर्चा की और कहा कि कंपनी फंड एकत्र करने की एवज में चार्ज लेती है। उनकी फर्म मल्टीनेशनल कंपनी की कार्पोरेट सोशल रिस्पांस्लिबिल्टी स्कीम में इस्कान को 50 लाख रुपये तक दे सकती है। महामन दोनों युवतियों के झांसे में आ गए और आरोपितों द्वारा मुहैया करवाए निजी बैंक के खाते में 1 लाख 77 हजार रुपये एनएफटी के माध्यम से ट्रांसफर कर दिए।

महामन ने पुलिस को बताया कि मंदिर निर्माण और धार्मिक गतिविधियों के लिए रुपयों की आवश्यकता थी। इसलिए वो उनकी बातों में आ गए और रुपये जमा करवा दिए। रुपये लेने के बाद एल्बर्ट नामक हेड का ई-मेल आया और आश्‍वासन दिया कि फर्म रुपये जुटाने में लगी है। महीनों बाद भी रुपये नहीं मिले तो क्राइम ब्रांच को शिकायत हुई। क्राइम ब्रांच ने साइबर ठगी की पांच घटनाओं पर एक्शन लिया है। आवेदक गुलाब से भी 1 लाख 50 हजार रुपये ठगे थे। गुलाब गुगल पर कोरियर कंपनी के कस्टमर केयर अधिकारी के नंबर ढूंढ रहे थे। गूगल पर ठग के नंबर लिखे थे। उसने पार्सल डिलीवरी के लिए लिंक भेजी। आवेदक ने जैसे ही 3 रुपये का पेमेंट किया खाते से 1 लाख 50 हजार रुपये निकल गिए। आवेदक महेश से होटल बुकिंग के नाम पर 35 हजार रुपये ठगे गए हैं। महेश से आरोपित ने होटल का स्टाफ बताया और झांसे में लेकर रुपये निकाल लिए। इसी तरह प्रांशु से ई-कामर्स वेब साइट अमेजन का आर्डर जल्दी डिलीवरी करने का बोलकर 25 हजार रुपये निकाल लिए। आरोपित ने गूगल पे के माध्यम से रुपये जमा करने के लिए लिंक भेजी थी।क्राइम ब्रांच ने कार्रवाई शुरू की और कथित फर्म को ई-मेल कर रुपये वापस करवा दिए। पुलिस अब उक्त फर्म के संबंध में जांच कर रही है।