मध्य प्रदेश मौसम । प्रदेश के मौसम में अचानक आए बदलाव के बाद आंधी के साथ बारिश और ओले गिरने का दौर जारी है। प्रदेश के कई हिस्सों में बुधवार को जहां तेज हवाएं चली, वहीं बारिश के साथ ओले भी गिरे। गरज-चमक के साथ हल्की बौछारे पडने के साथ ही धूलभरी आंधी भी चल रही है। बुधवार को चंबल अंचल में ओलों के साथ बारिश हुई। धार जिले में भी ओले गिरे। बारिश और ओलों से फसलों को नुकसान की आशंका है। लगातार तीसरे दिन बारिश से किसान परेशान हैं। उन्हें अपनी फसल खराब होने का अंंदेशा है। बुधवार को ग्वालियर के साथ ही शिवपुरी और मुरैना जिले में बारिश हुई।
जिले के ग्रामीण अंचलों में बारिश से खेतों में खड़ी फसल के खराब होने की आशंका गहरा गई है। शिवपुरी जिले के पिछोर ब्लाक में भी बारिश के साथ ओले भी गिरे हैं। यही हाल मुरैना जिले के अनेक गांवों का रहा। धार जिले के अनेक गांवों में ओलावृष्टि हुई। किसानों के अनुसार बारिश और ओलों से फसलें पूरी तरह खराब हो गई है। जानकारों के अनुसार वर्तमान में राजस्थान पर बनी दो मौसम प्रणालियों के कारण वातावरण में नमी आ रही है। इस वजह से मध्य प्रदेश में कहीं-कहीं बादल बने हुए हैं। शेष जिलों में मौसम अब शुष्क होने लगा है। राजधानी में आसमान साफ होने से धूप खिली है।
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक बुधवार को राजधानी भोपाल का न्यूनतम तापमान 15.4 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया, जो सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस कम रहा। साथ ही यह मंगलवार के न्यूनतम तापमान 15.6 डिग्री सेल्सियस की तुलना में 0.2 डिग्री सेल्सियस कम रहा। मंगलवार को शहर का अधिकतम तापमान 28.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जो सामान्य से चार डिग्री सेल्सियस कम रहा था। बुधवार को राजधानी का अधिकतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना रहने की संभावना है। पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला के अनुसार, वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ ट्रफ के रूप में उत्तर-पूर्वी राजस्थान पर बना हुआ है। पूर्वी राजस्थान पर एक प्रेरित चक्रवात भी मौजूद है। इन दो मौसम प्रणालियों के सक्रिय रहने से राजस्थान की सीमा से लगे मध्य प्रदेश के जिलों में नमी आ रही है। इससे वहां बादल बने हुए हैं। शेष जिलों में मौसम शुष्क होने लगा है। बादल छंटने के कारण धूप निकलने लगी है।
हालांकि पिछले दो-तीन दिनों में मध्य प्रदेश के विभिन्न शहरों में वर्षा हुई है। इस वजह से दिन के तापमान में अधिक बढ़ोतरी होने की संभावना कम है। शुक्ला के मुताबिक बुधवार-गुरुवार को राजस्थान से लगे मध्य प्रदेश के ग्वालियर, चंबल, उज्जैन संभाग के जिलों में कहीं-कहीं छिटपुट वर्षा हो सकती है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक अभी राजस्थान से लगे मध्य प्रदेश के ग्वालियर, चंबल, उज्जैन संभाग के जिलों में कहीं-कहीं छिटपुट वर्षा हो सकती है। अब दिन के तापमान में धीरे-धीरे बढ़ोतरी होगी। हालांकि रात में गुलाबी ठंडक बनी रहने की संभावना है।