MP Vidhan Sabha News भोपाल- मध्यप्रदेश विधानसभा में गुरुवार को प्रदेश के वनमंत्री विजय शाह ने कान्हा नेशनल पार्क की इको समितियों द्वारा कथित अनियमितता की जांच भोपाल से वरिष्ठ अधिकारी भेजकर करवाने का आश्वासन दिया। उन्होंने स्थानीय आदिवासियों को रोजगार उपलब्ध करवाने को लेकर जानकारी दी कि 70 प्रतिशत तक रोजगार स्थानीय लोगों को दिया जाता है। इससे पूर्व प्रश्नकर्ता सदस्य श्री काकोडिया ने पार्क की प्राप्त राजस्व की राशि में अनियमितता होने के आरोप लगाते हुए कहा कि एक ही समिति को करीब एक करोड रुपए का भुगतान बर्तन खरीदी के नाम पर बार-बार किया गया। स्थानीय आदिवासी के बच्चे स्कूल भवन तथा कन्या परिसर नहीं बनने से परेशान है।
चर्चा में भाग लेते हुए पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि कान्हा नेशनल पार्क की स्थापना मैंने की है, मैं खुद इससे भावनात्मक रुप से जुडा हूं। उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों की जमीन ली गई तब उन्होंने विरोध करते हुए कहा था कि पार्क बनने से हमारा क्या फायदा होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी पार्कों से स्थानीय लोगों को लाभ हो, इस बारे में हमें सोचना होगा। नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह ने कहा कि मामला गंभीर है, समिति द्वारा गडबडी की जांच करवा लें। प्रश्न के उत्तर में श्री शाह ने जानकारी दी कि पेंच नेशनल पार्क से प्राप्त तीस प्रतिशत राशि इको समिति को विकास तथा अन्य कार्यों के लिए प्रदान की जाती है।
कांग्रेस विधायक अर्जुन सिंह काकोडिया द्वारा प्रश्नोत्तरकाल में पूछे गए प्रश्न में उन्होंने जानकारी दी कि पेंच नेशनल पार्क अंतर्गत राजस्व के अतिरिक्त अन्य आय पर्यटन से प्राप्त होती है। उन्होंने कहा कि पार्क से शासन को होने वाली आय राजस्व के रुप में जमा कर दी जाती है1शासन से प्राप्त होने वाले बजट आवंटन से विभिन्न कार्य संपादित किए जाते हैं। पर्यटकों से प्राप्त राशि से स्थानीय क्षेत्र में निवास करने वाले आदिवासी समुदाय एवं अनय के विकास हेतु प्रयास किए गए हैं। उन्होंने एक पूरक प्रश्न में जानकारी दी कि इको समितियों द्वारा पारित प्रस्ताव के आधार पर स्थानीय क्षेत्र में निवास करने वाली आदिवासी समुदाय एवं अन्य के विकास कार्य कराए जाते हैं। श्री शाह ने कहा कि सदस्य द्वारा दिए गए सभी बिंदुओं की भोपाल से वरिष्ठ अधिकारी भेजकर जांच करवा ली जाएगी।