5 पॉइंट में जानें आदित्य L1 का सफर

चांद पर चंद्रयान 3 भेजने के बाद अब सूरज पर भारत ने आदित्य एल 1 भेजा है। 

nqfu;k dh fuxkgsa Hkkjr gSa vkSj Hkkjr dh fuxkgsa lwjt ij yxh gSa 

इसरो ने सूर्य की स्टडी के लिए शनिवार को अपना पहला सोलर मिशन लॉन्च किया। PSLV-C57 के XL वर्जन रॉकेट ने 63 मिनट के सफर में आदित्य L1 को लोअर अर्थ ऑर्बिट में पहुंचा दिया था। 

यह पृथ्वी की अंडाकार कक्षा होती है। इसके एक दिन बाद आदित्य L1 की ऑर्बिट बढ़ाई जा रही है। ऑर्बिट बढ़ाने के लिए इसरो के वैज्ञानिक स्पेसक्राफ्ट के थ्रस्टर यानी इंजन को कुछ देर के लिए फायर करेंगे। 

5 पॉइंट में जानें आदित्य L1 का सफर

– PSLV रॉकेट ने आदित्य को 235 x 19500 Km की पृथ्वी की कक्षा में छोड़ा।

– 16 दिनों तक पृथ्वी की कक्षा में रहेगा। 5 बार थ्रस्टर फायर कर ऑर्बिट बढ़ाएगा।

– फिर से आदित्य के थ्रस्टर फायर होंगे और ये L1 पॉइंट की ओर निकल जाएगा।

– 110 दिन के सफर के बाद आदित्य ऑब्जरवेटरी इस पॉइंट के पास पहुंच जाएगा

– थ्रस्टर फायरिंग के जरिए आदित्य को L1 पॉइंट के ऑर्बिट में डाल दिया जाएगा।

यहां आपको मिलेगा, शेयर बाजार का अपडेट, नये कारोबार के आईडिया, बिजनसे लोन और साईड इंकम की जानकारी

पैसों को लेकर हैं परेशान, बनाना चाहते हैं आमदनी के अतिरिक्त सोर्स

Join Whatsapp Group Now