udhav thakre eknath sinde news, Maharastra bjp news, shivsena news। शिवसेना के दो धड़े-उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में विजय दशमी के दिन मुंबई में दशहरा रैलियों को संबोधित किया गया। पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे ने दशहरा रैली के दौरान असली शिवसेना होने का दावा पेश कर बालासाहेब ठाकरे की तस्वीर वाले पोस्टर लगाकर बैनर में लिखा था, ‘शिवसेना को बीजेपी का गुलाम नहीं बनने दूंगा’।
ठाकरे ने संबोधन के दौरान एकनाथ शिंदो और भाजपा पर जमकर निशाना साधा। ठाकरे ने कहा भाजपा ने मेरी पीठ में छुरा घोंपा और भाजपा सबक सिखाने के लिए मैंने कांग्रेस और राकांपा के साथ गठबंधन किया। ठाकरे ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भाजपा को गरीबी जैसे मुद्दे पर ‘‘आईना’ दिखाने के लिए आरएसएस के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले को बधाई दी।
ठाकरे ने कहा हमारी वार्षिक परंपरा के अनुसार, रावण दहन’ समारोह होगा, लेकिन इस वर्ष का रावण अलग है। समय के साथ रावण भी बदल जाता है… वह अब तक 10 सिर वाला हुआ करता था… उसके पास अब कितने सिर हैं? वह 50 गुना अधिक विश्वासघात कर रहे हैं। ठाकरे ने कहा मुझे केवल एक ही बात बुरी लगी है कि जब मुझे अस्पताल में भर्ती कराया गया, तब जिन लोगों को मैंने (राज्य की) जिम्मेदारी दी, वे कटप्पा बन गए और हमें धोखा दिया… वे मुझे काट रहे थे और सोच रहे थे कि मैं अस्पताल से कभी नहीं लौटूंगा।
shinde की जवाब, चुनाव के बाद महाविकास अघाड़ी बनाकर गद्दारी अपने की
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने दशहरा रैली को संबोधित कर पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे पर पलटवार कर कहा कि गर्व से कहो हम हिंदू हैं। शिंदे ने कहा कि मुख्यमंत्री होने के बाद भी मैं साधारण कार्यकर्ता हूं। सीएम ने कहा कि उद्धव कांग्रेस-एनसीपी की धुन पर नाचते रहे। गद्दारी तब 2019 में हुई थी। महाविकास अघाड़ी बनाकर गद्दारी की गई थी। शिंदे ने कहा कि बालासाहेब के विचारों को आपने समर्थन दिया। बालासाहेब के विचार हमारे साथ हैं। इस मौके पर शिंदे ने बाला साहिब ठाकरे के नारे लगवाए और शिवसैनिकों का अभिवादन किया।
रैली शुरू होने से पहले शिंदे ने ट्वीट के द्वारा उद्धव ठाकरे पर तंज कसा है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि,जिसमें उन्होंने हरिवंशराय बच्चन की लाइनें लिखी हैं। उन्होंने लिखा, मेरे बेटे, बेटे होने से मेरे उत्तराधिकारी नहीं होंगे, जो मेरे उत्तराधिकारी होंगे, वहां मेरे बेटे होंगे।”